Saraam Success Story: आज हमारे देश भारत में हर दिन कोई न कोई अपना startupऔर बिजनेस शुरू कर रहा है, जिसके कारण हमारे देश में स्टार्टअप की संख्या भी बढ़ती जा रही है। हमारे देश की अर्थव्यवस्था में स्टार्टअप और बिजनेस का भी बहुत बड़ा योगदान है, इसलिए सरकार भी सभी को अपना खुद का बिजनेस करने के लिए प्रेरित कर रही है। तो आज हम आपके लिए स्टार्टअप की दुनिया से एक अद्भुत सफलता की कहानी लेकर आए हैं।
2020 में कोरोना महामारी के दौरान जब भारत में लॉकडाउन लगाया गया तो हर कोई सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल करने लगा। वहीं अपने जुनून के चलते एक 16 साल के लड़के ने यूट्यूब पर चॉकलेट बनाना सीखना शुरू किया और वहीं से चॉकलेट बनाना सीखते-सीखते उस 16 साल के लड़के ने आज करोड़ों की कंपनी खड़ी कर दी है.
YouTube से सीखा चॉकलेट बनाना- Saraam Success Story
यहां हम बात कर रहे हैं दिग्विजय सिंह की, जिन्होंने 16 साल की उम्र में अपना चॉकलेट का बिजनेस शुरू किया था और आज महज 19 साल की उम्र में वह अपने बिजनेस से करोड़ों रुपये कमा रहे हैं। दिग्विजय की कंपनी का नाम Saraam है. तो आज हम साराम सक्सेस स्टोरी के बारे में पढ़ेंगे कि कैसे साराम आज इस बिजनेस से करोड़ों रुपए कमा रही है।
Digvijay Singh को बचपन से ही चॉकलेट जैसी चीजें बहुत पसंद थीं और वे इसे बनाना भी सीखना चाहते थे। लेकिन उन्हें इन चीजों के लिए समय नहीं मिल पाता था लेकिन साल 2020 में कोरोना वायरस के कारण देश में लॉकडाउन लग गया. तो इसी दौरान उन्होंने अपने भाई की सलाह पर youtube से चॉकलेट बनाना सीखना शुरू कर दिया.
youtube पर चॉकलेट बनाना सीखने के दौरान उन्होंने अपने हाथ की बनी चॉकलेट अपने परिवार के सभी लोगों को खिलाना शुरू किया और सभी को उनकी बनाई चॉकलेट पसंद आने लगी. आपको यह भी बता दें कि शुरुआत में जब उन्होंने चॉकलेट बनाना शुरू किया तो वह कई बार असफल हुए लेकिन उन्होंने चॉकलेट बनाने का प्रयास जारी रखा और लोगों को उनकी चॉकलेट पसंद भी आने लगी।
लोगो ने किया प्रेरित बिजनेस शुरू करने के लिए- Saraam Success Story
youtube video की मदद से जब दिग्विजय ने चॉकलेट बनाना सीखा और अपनी बनाई चॉकलेट अपने करीबी लोगों को खिलाई तो सभी को बहुत पसंद आई। जिसके कारण हर कोई दिग्विजय को अपना खुद का चॉकलेट व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित कर रहा था।
शुरुआत में Digvijay Singh ने इसे शौक के तौर पर करना शुरू किया, लेकिन फिर उन्होंने सोचा कि वह अपनी चॉकलेट कार शोरूम और होटल मालिकों को बेच सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने देखा कि कुछ अच्छे फ्लेवर वाली चॉकलेट बाजार में उपलब्ध नहीं हैं तो उन्होंने खुद की फ्लेवर वाली चॉकलेट बनाने पर ध्यान केंद्रित किया और यहीं से उनकी कंपनी की शुरुआत हुई।
साल 2021 में दिग्विजय ने अपने नए चॉकलेट फ्लेवर के साथ Saraam नाम से कंपनी शुरू की और उसी साल दिग्विजय को एक कार कंपनी से 1000 चॉकलेट का ऑर्डर भी मिला। इसके बाद दिग्विजय और उनकी कंपनी ने तेजी से रफ्तार पकड़ी और आज उनकी Saraam company करोड़ों की हो गई है।
Saraam Success Story Interview
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